Delhi: दिल्ली हिंसा(Delhi Violence)एक ऐसा खौफनाक मंजर था कि लोग अब तक उसके दर्द से निकल नहीं पाए हैं। इस हिंसा में लगभग 54 लोगों की मृत्यु हो गई। जिसमें एक आईबी ऑफिसर अंकित शर्मा भी शामिल थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली हिंसा को भड़काने में एक इंडोनेशियन एनजीओ शामिल था। दिल्ली हिंसा से जुड़ा अब एक नया खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कहा गया है कि हाफिज़ सईद से लिंक एक इंडोनेशियन एनजीओ ने दिल्ली हिंसा के लिए फंड जारी किया था। इसमें कहा गया है कि इंडोनेशियन एनजीओ एसीटी ने दिल्ली के किसी संस्था के द्वारा दंगा करने वाले लोगों को 25 लाख की रकम भेजी थी।
आखिर क्या है एसीटी जिसने भड़कायी Delhi Violence
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि एसीटी एक मुस्लिम संस्था है और सबसे ज्यादा कट्टरपंथी है। यह कई मुस्लिम देशों में सहायता के नाम पर पैसे मुहैया करवाती है। जानकारी के अनुसार बांग्लादेश दंगे में भी यही एनजीओ शामिल थी। साथ ही उन लोगों ने बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में रोहिंग्या कैंप भी स्थापित किया है उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई हिस्सों में 23 फरवरी के बाद दो दिन तक भयानक हिंसा हुई।
अब तक हिंसा के मामले में 2400 लोग हो चुके है गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने 700 से ज्यादा केस दर्ज किए और लगभग 2,400 लोगों को पकड़ा गया। जानकारी के अनुसार दिल्ली हिंसा के कारण कुल 2387 लोगों को गिरफ्तार किया गया या नजरबंद किया गया।पुलिस के अनुसार, कुल 700 दर्ज केसों में 49 को आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया। वहीं उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में अमन कमेटी के साथ 283 बैठक भी की गई। साथ ही साथ दिल्ली के कई इलाकों में पुलिस पैनी निगाह रख रही है और सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर रखा है। इसके अलावा अमन समिति भी अलग-अलग मोहल्लों में घूम कर लोगों को समझा रही है और शांति बनाये रखने की अपील कर रही है।
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