सिंधू बॉर्डर पर लगातार एक महीने से पंजाब के किसान केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। अब कुछ किसानों ने बुरारी मैदान में प्याज की बुवाई शुरू कर दी है | इससे वह खुद को व्यस्त रखे हुए हैं।
किसान और सरकार के बिच कई दफा बातचीत भी हुई लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला | साथ ही साथ किसानो ने अपना आंदोलन और तेज कर दिया | प्रदर्शन कर रहे किसानो का बोलना है की सरकार जब तक हमरी बात नहीं मान लेतीहम अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे |
एक किसान ने कहा कि हम यहां जमीन पर प्याज बोने में लगे हुए हैं। हमें यहां आए एक महीना हो चुका है।क्योंकि हमारे पास कोई काम नहीं है। पंजाब में जमीन बहुत महंगी है। यह फ्री में उपलब्ध है और इसलिए हम प्याज की खेती कर रहे हैं।
साथ ही कहा कि अगर पीएम मोदी कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए सहमत नहीं हैं, तो हम पूरे मैदान में प्याज की फसल बोएंगे।इसके लिए पंजाब से भारी संख्या में आए किसानों ने वहां डेरा डाल रखा है और सरकार को रोज कुछ न कुछ संदेश देने में लगे हैं।
अन्ना हजारे भी कर सकते है शिरकत ?
तो वही दूसरी ओर खबर ये आ रही है की अगर सरकार ने किसानो की मांग पूरी नहीं की तो समाजसेवी अन्ना हजारे भी अंतिम हड़ताल में भाग लेंगे |
किसानों से बात करने के लिए कई बड़े केंद्रीय मंत्री भी सामने आए। जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह शामिल हैं, लेकिन अभी तक परिणाम कुछ भी सामने नहीं आया है।
इस बीच, लगभग 40 किसान संगठनों समेत संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय को एक पत्र लिखा और बातचीत के लिए केंद्र की पेशकश को स्वीकार किया है। बैठक की अगली तारीख 29 दिसंबर प्रस्तावित की गई है।