कोरोना संकट के बाद अब नई मुसीबत सामने आई है। ये मुसीबत बर्ड फ्लू के रूप में फैल रही है। राजस्थान, मध्यप्रदेश के बाद हिमाचल और केरल तक बर्ड फ्लू से दहशत मच गयी है। इसको देखते हुए राज्य सरकारों ने अलर्ट जारी कर दिया है। केरल ने तो इसे राजकीय आपदा घोषित कर दिया है।
उत्तराखंड में हाई अलर्ट जारी |
हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद उत्तराखंड में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. हालांकि, अभी प्रदेश में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन वन्य जीव संरक्षक जेएस सुहाग ने केंद्रीय एडवाइजरी का हवाला देते हुए बताया कि सभी डैम, जलाशयों आदि पर निगाह रखने के लिए कहा गया है. इसके साथ-साथ हिमाचल सीमा से लगते हुए आसन बैराज पर भी विशेष निगरानी रखने के लिए निर्देशित किया गया है
बर्ड फ्लू के लक्षण |
खांसी (आमतौर पर सूखी खांसी)
गले में खराश या कर्कश आवाज
तेज बुखार, 38 सेंटीग्रेड (100.4 फारेनहाइट) से ऊपर (और पढ़ें – बुखार कम करने के घरेलू उपाय)
बंद नाक या नाक बहना
हड्डीयों में दर्द
जोड़ों में दर्द
मांसपेशियों में दर्द
नाक से खून बहना
छाती में दर्द
ठंड लगना और कोल्ट स्वेट (बुखार या किसी बीमारी के कारण पसीने आना)
थकान
सिरदर्द
भूख कम लगना
सोने में दिक्कत
पेट संबंधी परेशानियां कभी-कभी दस्त की समस्या भी हो सकती है। (और पढ़ें – दस्त में क्या खाना चाहिए)
मसूड़ों से खून आना
बर्ड फ्लू के संक्रमण की रोकथाम कैसे करें?
यदि आप किसी ऐसे क्षेत्र में यात्रा कर रहें हैं जहां पर बर्ड फ्लू का प्रकोप है, तो इन सार्वजनिक स्वास्थ्य सुझावों का ध्यान रखें:
पालतू पक्षियों से दूर रहें:
यदि संभव हो तो ग्रामीण क्षेत्रों, छोटे खेतों और खुली हवा वाले बाजारों में जाने से परहेज करें।
अपने हाथ अच्छे से धो लें:
यह लगभग सभी प्रकार के संक्रमणों से बचाव रखने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले सबसे आसान और बेहतर बचाव उपायों में से एक है। अल्कोहल वाले हैंड सेनिटाइज़र्स का इस्तेमाल करें। ध्याव दें कि उनमें लगभग 60 प्रतिशत एल्कोहल शामिल हो।