International : रूस(Russia) के प्रधानमंत्री दिमित्रि मेदवेदेव ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दे दिया है। रूस (Russia) की न्यूज एजेंसी के मुताबिक राष्ट्रपति पुतिन ने मेदवेदेव को शुक्रिया कहा लेकिन उनके मुताबिक प्रधानमंत्री लक्ष्यों को हासिल करने में सफल नहीं हुए हैं। दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति पुतिन की तरफ से संविधान को बदलने का प्रस्ताव है और इसलिए मौजूदा सरकार ने इस्तीफा दे दिया। मेदवेदेव को सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना दिया गया है। वह साल 2012 से रूस (Russia) के प्रधानमंत्री हैं और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीब रहकर कम करते रहे हैं। वह 2008 से 2012 तक रूस के राष्ट्रपति थे। पुतिन ने मेदवेदेव की कैबिनेट से कहा है कि नई कैबिनेट बनते तक वे लोग काम करते रहें।
रूसी (Russia) राष्ट्रपति के साथ टेलीविजन पर प्रसारित एक बैठक में प्रधानमंत्री दमित्रि मेदमेदेव ने कहा कि प्रस्तावों से देश में सत्ता संघर्ष में महत्वपूर्ण बदलाव होंगे और इसलिये “सरकार अपने मौजूदा स्वरूप से इस्तीफा देती है।” मेदमेदेव ने कहा, “हमें देश के राष्ट्रपति को उन संभावनाओं का अवसर मुहैया कराना चाहिए कि वह बदलावों के लिये सभी जरूरी कदम उठा सकें।” “अगले सभी फैसले राष्ट्रपति द्वारा लिये जाएंगे।” पुतिन ने अपने दीर्घकालिक सहयोगी से कहा कि वह अगली सरकार की नियुक्ति तक सरकार के प्रमुख बने रहें।
बता दें कि प्रधानमंत्री ने बुधवार को राष्ट्रपति पुतिन द्वारा देश को संबोधित किए जाने के बाद इस्तीफा दिया है। अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपति ने संविधान में संशोधन का प्रस्ताव रखा है। इसमें और कैबिनेट की शक्ति विस्तार का प्रस्ताव रखा गया है। माना जा रहा है कि पुतिन ने खुद को सत्ता में बनाए रखने के लिए यह प्रस्ताव रखा है जिससे अगर वह प्रधानमंत्री भी बनें तो लंबे समय तक सत्ता उनके हाथ में रहे। साल 2024 में उनका राष्ट्रपति पद का कार्यकाल खत्म हो रहा है। यह उनका चौथा कार्यकाल है। पुतिन ने अपने भाषण में यह भी कहा कि भविष्य में राष्ट्रपति का कार्यकाल दो बार तक के लिए ही सीमित किया जाना चाहिए।