पूरे दुनियाँ में यह पहली बार है जब किसी विश्वविद्यालय ने अपने विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई के साथ पॉकेट खर्च की व्यवस्था की है। जी हाँ लखनऊ विश्वविद्यालय ने अपने विद्यार्थियों के लिए कर्मयोगी योजना शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ काम भी मुहैया कराया जायेगा जिसके लिए 150 रूपये प्रति घंटे की भुगतान की राशि तय की गयी हैं। विस्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने कहा कि मूल्यवान मानव संसाधन के रूप में छात्रों की क्षमता का उपयोग करना और उनके वास्तविक रोज़गार प्राप्त करने से पहले काम का अनुभव प्रदान करना इसका मुख्य उद्द्येश्य है। कुलपति प्रोफेसर आलोक ने आगे ये भी कहा कि इस योजना के तहत नियत कार्य करने के लिए विद्यार्थियों को 150 रूपये प्रति घंटा भुगतान किया जायेगा एक शैक्षणिक सत्र में 50 दिनों की सीमा के अधीन एक घंटे और अधिकतम 2 घंटे काम करने की अनुमति होगी। एक छात्र को दी जाने वाली अधिकतम वार्षिक राशि 15 हज़ार देय होगी।
- January 7, 2021
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editor