लखनऊ : आज यानी 6 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्वलित कर रामायण विश्व महाकोश के प्रथम संस्करण का विमोचन किया। कार्यक्रम में विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अखिलेश मिश्रा भी मौजूद रहे। विदेश मंत्रालय ने दुनिया भर में विविध संस्कृतियों में राम के उल्लेखों के बारे में जानकारी एकत्र करने में मदद की है। इस विश्व महाकोश मे दुनिया के विभिन्न देशों की संस्कृतियों में भगवान राम के उल्लेख की जानकारी दी गई। इस अवसर पर एक फोटो प्रदर्शनी का भी आयोजन भी किया गया। इस प्रदर्शनी ने विभिन्न संस्कृतियों के बारे में जानकारी दी।
विद्यार्थियों ने पेश की मनमोहक तस्वीरें।
आपको बता दें कि लगभग छह महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके कवर पेज का उद्घटान किया था ,अयोध्या शोध संस्थान को भारत सहित दुनिया भर की लोककथाओं, मूर्तियों, साहित्य और अन्य कार्यों के रूप में मौजूद “राम युग” को ट्रेस करके विश्व महाकोश तैयार करने का काम दिया गया था। पहला संस्करण आईआईटी, खड़गपुर की डिजाइन की गई ई-पुस्तक के रूप में लॉन्च किया जाएगा। यह विश्व महाकोश ओडिया, मलयालम, असमिया और उर्दू जैसी भाषाओं को भी शामिल किया गया है। इस अवसर पर योगी जी ने कहा कि श्रीराम का नाम लगभग हर स्थान से जुड़ा हुआ है , उन्होंने कहा कि भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी श्रीराम विद्यमान है। अयोध्या के संत-महात्मा भी इस कार्यक्रम में शमिल हुए। भारत नाट्यम अकेडमी से आए हुए विद्यार्थी अपने करकमलों से राम ,माता सीता की कई मनमोहक तस्वीरों को बनाकर लाए और cm योगी को भेंट के रूप में दी। श्री योगी ने बच्चों की इस प्रतिभा को सराहा और अशीर्वाद भी दिया।