International : ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव में बड़ा रूप ले लिया है। यह तनाव इतना बढ़ गए कि डोनाल्ड ट्रंप(Donald Trump) ने ईरान के खिलाफ सैनिक कार्यवाही करने की सोच रहे है। लेकिन ‘अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव’ ने एक प्रस्ताव पारित किया है। जिसके अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप(Donald Trump) ईरान के खिलाफ सैन्य कार्यवाही में अपनी शक्तियों का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। उन्हें इसके लिए कांग्रेस सदन की अनुमति लेनी होगी।इस नए नियम का मतलब है कि ईरान के खिलाफ कोई भी कार्यवाही करने से पहले ट्रंप(Donald Trump) को कांग्रेस सदन से सलाह मशवरा और अनुमति लेनी होगी। ट्रंप(Donald Trump) अकेले कोई भी फैसला नहीं ले सकते।यह प्रस्ताव अमेरिकी सदन में 224 मतों से पास हुआ है। इस प्रस्ताव को अमेरिकी कांग्रेस की लीडर एजीला स्लाटकिन ने पेश किया था। एजीला स्लाटकिन, अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के कार्यकारी सुरक्षा सहायक सचिव रह चुकी हैं। इन्होंने यहां पर अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का कार्य किया है।
अमेरिका में यह प्रस्ताव तब लाया गया जब ईरान द्वारा इराक में अमेरिकी सेना पर दो मिसाइल अटैक हुए। ईरान ने अमेरिकी सैनिक बेस पर यह हमला अपने जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बदले में किया था। इस मुद्दे पर सदन की पहली स्पीकर नैंसी पॉलिसी ने सुलेमानी की हत्या के लिए लिया गया एयर स्ट्राइक का फैसला बिना सोचे समझे लिया गया फैसला बताया। उन्होने कहा यह फैसला कांग्रेस से विचार विमर्श किए बिना लिया गया है जिससे अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है। इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख एंटोनियो गुटेरस ने कहा कि दुनिया एक और बड़ा युद्ध नहीं झेल सकती। उन्होने बताया की ये फैसला विश्व में शांति कायम रखने के लिए लिया गया है।