प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की स्वर्ण जयंती के अवसर पर ‘राष्ट्रीय युवा संसद समारोह’ के एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं दी , और कहा ये दिन हम सभी को नई प्रेरणा देता है आगे उन्होंने ये भी कहा कि मैं उनके विचारों से प्रभावित हूं, इसलिए अपने भाषण को अपने ट्विटर अकांउट से ट्वीट करूंगा। देश को पता होना चाहिए कि हमारे युवाओं को देश के भविष्य को लेकर क्या विचार हैं।
जानिए स्वामी विवेकानंद के बारे में …..
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी सन् 1863 को कोलकाता में हुआ , उनका घर का नाम नरेंद्र दत्त था ,स्वामी विवेकानंद एक सच्चे राष्ट्रभक्त थे और उनका देशप्रेम किसी से छिपा नहीं है. वह लोगों की मदद करने से कभी भी पीछे नहीं हटते थे, बल्कि लोगों की सेवा करने को वह ईश्वर की पूजा करने के बराबर मानते थे. स्वामी विवेकानंद आज भी करोड़ों युवाओं को प्रेरणा देते हैं. उनके अनमोल विचारों से इंसान काफी कुछ सीख सकता है. इनके विचारों में जीवन जीने की कला और कामयाब होने के सूत्र छिपे हैं. संगीत, साहित्य और दर्शन में विवेकानंद को विशेष रुचि थी।
विवेकानन्द के जीवन के सूत्र।
‘खुद को कभी कमजोर न समझो, क्योंकि ये सबसे बड़ा पाप है. उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक तुम अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर लेते.
युवा महोत्सव के आखिरी दिन 12 जनवरी को शाम चार बजे देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल जेएनयू के छात्रों को स्वामी विवेकानंद की स्वर्ण जयंती पर उनके विचारों और दर्शन से रूबरू कराएंगे.