Delhi: 4 दिन तक दिल्ली के हिंसा की आग में जलने के बाद अब राजनीती गरमा गई है। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद द्वारा दिए गए बयान कि कांग्रेस पार्टी राजधर्म के नाम पर लोगों का भड़काए उसपर पर आप कांग्रेस ने पलटवार किया है। मशहूर वकील और पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे कांग्रेस सांसद कपिल सिब्बल(Kapil Sibbal) ने शनिवार को ट्वीट किया कि कानून मंत्री कांग्रेस से कहते हैं कि प्लीज, हमें राजधर्म न सिखाएं। हम कैसे आपको सिखा सकते हैं मंत्री महोदय। जब आपने गुजरात में बाजपेयी जी की नसीहत नहीं सुनी, आप हमें क्यों सुनेंगे। सुनना, सीखना और राजधर्म का पालन करना आपके सरकार के मजबूत बिंदुओं में से एक नहीं है।
राजधर्म को लेकर सोनिया को घेर रही थी भाजपा
कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने दिल्ली में हिंसा जिसमे 40 से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 200 के क़रीब लोग घायल हुए थे राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा था। साथ ही सोनिया गांधी ने भजपा को राजधर्म के पालन की नसीहत दी थी जिसपर पलटवार करते हुए भजपा की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आयी। कांग्रेस पार्टी का इतिहास वोट बैंक की राजनीति के लिए अधिकारों का दमन करने, अपनी बात से पलटने का रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राजधर्म पर उपदेश न दें। बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया के भाषण को उद्धृत करते हुए उन पर उत्तेजना फैलाने का भी आरोप लगाया था। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था ‘इस पार या उस पार’ की बात कही थी। ये कौन सी भाषा है? ‘ वे यह भी बोले कि ‘इस पार या उस पार’ का मतलब है संवैधानिक रास्ते से अलग। ये कौन सा राजधर्म है सोनिया जी? आपने लोगों में उत्तेजना क्यों फैलाई?’
Kapil Sibbal ने राजधर्म वाली बात पर घेरा भाजपा को
साल 2002 में गुजरात गोधरा दंगों से जल उठा था तब उस समय के गुजरात सरकार और मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगे थे जिसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने नरेंद्र मोदी को राजधर्म का पालन करने की नसीहत की थी। शुक्रवार कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल(Kapil Sibbal) ने इसी राजधर्म वाली बात पर भजपा को घेरा।