Madhya Pradesh: मप्र में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव होने है। इससे पहले ही प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। कांग्रेस ने भाजपा पर सरकार गिराने का आरोप लगाया है। एक दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह(Digvijay Singh) ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान सहीत अन्य पांच नेताओं पर सरकार गिराने की साजिश का आरोप मड़ा है। हालाँकि अभी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री के आरोपों पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है।
एक साल से लिखी जा रही है सरकार गिराने की कहानी
मध्यप्रदेश ऑपरेशन लोटस फेल होने के बाद भाजपा नेता दिल्ली पहुंचे। बताया जा रहा है कि सरकार गिराने की कहानी एक साल से लिखी जा रही थी इसके लिए भाजपा के आला नेता लगातार जोड़-तोड़ करने की कोशिश कर रहे थे। इस मामले का खुलासा तक हुआ जब दिग्विजय (Digvijay Singh) ने इस पर आशंका जताई।आपको बता दें की मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों में भाजपा को सामना करना पड़ा था और कांग्रेस मप्र की सत्ता पर काबिज हो गयी थी तभी से ये कयास लगाए जा रहे थे की भाजपा सरकार गिरा सकती है लेकिन अब दिग्विजय सिंह के आरोपों के बाद ये कयास पुख्ता होते नज़र आ रहे है।
दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) समेत अन्य नेताओं में मची खलबली
इधर भाजपा कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को लेकर गुरुग्राम पहुंची थी, और आला नेताओं के साथ मंथन चल रहा था लेकिन दिग्विजय सिंह के पहुंचते ही सारे नेता इधर उधर हो गए। इस मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा का कहना है कि ये सब कांग्रेस में चल रही आंतरिक फूट का मामला है इसमें भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान अपने वरिष्ठ नेताओं के साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बंगले पर सीक्रेट बैठक कर रहे हैं। दूसरी और कांग्रेस के खेमे दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) समेत अन्य नेताओं समेत खलबली मची हुई है।