Delhi : दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में 24 फरवरी को भड़की हिंसा(Delhi Violence) में कई मासूमों के घर और दुकानें जलकर खाक हो गई थीं। इस हिंसा में 42 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी वहीं, करीब 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। हिंसा(Delhi Violence) की आग में एक सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान का घर भी भेंट चढ़ गया जो उस दौरान ओडिशा में तैनात था। हालांकि जब इस घटना का पता वरिष्ठ अधिकारियों को चलता तो वह जवान की मदद के लिए उसके घर पहुंचे और मुलाकात की। खजूरी खास इलाके में रहने वाले बीएसएफ के कांस्टेबल मोहम्मद अनीस अब अपने घर पहुंच गए हैं और अपने परिजनों से मिलते ही भावुक हो गए।
अधिकारीयों ने की जवान की मदद
खजूरी खास इलाके में रहने वाले बीएसएफ के कांस्टेबल मोहम्मद अनीस का घर उस समय हिंसा(Delhi Violence) की भेंट चढ़ गया जब दिल्ली में कुछ अपद्रवी उत्पात मचा रहे थे। मोहम्मद अनीस को जब अपने घर के बारे में पता चला तो परेशान हो गए और तुरंत अधिकारियों से छुट्टी की अपील की। हालांकि उन्होंने अपने साथ हुए इस हादसे का जिक्र वरिष्ठों के सामने नहीं किया लेकिन जब समाचार से अधिकारियों को पता चला तो वह जवान की मदद के लिए आगे आए। सीमा सुरक्षा बल की एक टीम ने शनिवार को कांस्टेबल मोहम्मद अनीस के घर का दौरा किया।
Delhi Violence में लोगों ने जलाया घर
डीआईजी (मुख्यालय) पुष्पेंद्र राठौर ने शनिवार को बताया कि मोहम्मद अनीस अभी ओडिशा में तैनात हैं और जल्द ही उन्हें दिल्ली ट्रांसफर कर दिया जाएगा। वरिष्ठ अधिकारियों की मदद मिलने से मोहम्मद अनीस को नया हौंसला मिला है और इसके लिए उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों का धन्यवाद किया है। रविवार को मोहम्मद अनीस ने कहा, महानिदेशक, महानिरीक्षक और बीएसएफ के उप महानिरीक्षक सभी मेरी बहुत मदद कर रहे हैं, मैं बीएसएफ परिवार का हिस्सा बनने के लिए आज खुद को बहुत भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं।