Delhi Violence देश की राजधानी दिल्ली में लगातार दंगे जारी।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश की राजधानी दिल्ली लगातार तीन दिनों से जल रही है। दिल्ली के उत्तर पूर्व्ये हिस्सों में लगातार हिंसा जारी। इसका रूप इतना भयानक है कि इसको दंगे कहना गलत नहीं होगा। असामाजिक तत्वों और उपद्रवियों ने कई इलाकों में तोड़-फोड़ और आगज़नी की। वहीँ लगातार गोली -बारी की खबरें भी आ रही हैं। दिल्ली पुलिस और प्रशासन अभी तक हालत पर पूरी तरह से काबू पाने में समर्थ नज़र नहीं आयी है। दिल्ली के हालात देखते हुए गृह प्रभावित क्षेत्रों में रैपिड एक्शन फाॅर्स और CRPF की तैनाती करदी गई है।
18 लोगों की मौत की खबर।
दिल्ली में जारी दंगों Delhi Violence में केवल आगज़नी और तोड़ फोड़ ही नहीं हो रही बल्कि अब तक 18 लोगों की हत्या भी करदी गई है। मारे जाने वालों की संख्या कल शाम में 7 से बढ़ कर महज़ आज सुबह तक 18 हो गयी है। मारे जाने वालों में शिल्पकार मुहम्मद फुरकान , ऑटो ड्राइवर शहीद अल्वी और हेड कांस्टेबल रतन सिंह भी शामिल हैं। जबकि 186 के करीब लोगों के घायल होने की कहबर है।
उपद्रवियों के देखते ही गोली मारने के आदेश।
दिल्ली में तनाव पूर्ण हालत और गिरती कानून व्यवस्था के देखते हुए पुलिस को उपद्रवियों को देखते ही गोली मार देने का आदेश दिया गया है. दिल्ली में हालात बेहद खराब हैं। साथ ही स्थिति पर जल्द काबू पाने के लिए अर्धसैनिक बलों की 35 कंपनियां तैनात करदी गयीं हैं। पुलिस,ए एसएसपी और आईटीबीपी के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं. उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में पूरे एक महीने के लिए धारा 144 लागू है. अतिरिक्त पुलिसबलों की तैनाती की गई है। पुलिस के साथ स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच व आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारी भी हालात पर करीब नजर रखे हैं।