देश में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है, जी हाँ एक ऐसा डेटा जो भारतीय सेना की सुरक्षा से जुड़ा हुआ था। सेना के ही एक जवान पर डेटा लीक करने का संगीन आरोप लगा है। मिली जानकारी के मुताबिक़ संवेदनशील नॉर्दर्न कमांड से डेटा को पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स को लीक किया गया। मामला सामने आने के बाद अब नगरोटा स्थित एक जवान के खिलाफ इस सिलसिले में जांच चल रही है। एक ऐसे दौर में जब भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में हालात सामान्य नहीं हैं, इस मामले को काफी गंभीर माना जा रहा है।
बाहरी एजेंसी के द्वारा हुई थी जवान की तैनाती।
सूत्रों ने इसे डिफेंस के लिहाज से बहुत बड़ी चूक करार दिया है, और यह चूक इलाके में तैनात जवानों के लिए एक बहुत बड़ा ख़तरा बन सकती है। सूत्रों का कहना है कि आरोपी जवान इंफैन्ट्री रेजिमेंट का है और वह पंजाब का रहने वाला है, वह नॉर्दर्न कमांड हेडक्वॉर्टर्स में एक संवेदनशील ब्रांच में तैनात है, ऐसी आशंका है कि कुछ साल पहले एक बाहरी एजेंसी के जरिए उसकी भर्ती हुई थी।
नॉर्दर्न कमांड में तैनात यूनिट्स के नाम और लोकेशन की हो सकती है जानकारी
नॉर्दर्न कमांड- एलओसी चीन से लगी एलएसी और जम्मू-कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा की निगरानी करती है। पिछले कुछ अरसे से लद्दाख में नया मोर्चा खुलने के साथ उसकी जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन के साथ संघर्ष के बाद कमांड में जवानों की तादाद बढ़ रही है। देश भर की यूनिटों से चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए जवानों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। डेटा लीक होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों काफी चौकन्नी हो गई हैं। डेटा से दुश्मन को नॉर्दर्न कमांड में तैनात यूनिट्स के नाम और लोकेशन की जानकारी हो सकती है।