Delhi: जम्मू-कश्मीर से धरा 370(Article 370) हटने के बाद और उससे विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के बाद पहली बार विदेशी राजनायिक जम्मू-कश्मीर पहुंचे। इस मौके पर जम्मू-कश्मीर के अधिकारीयों ने राजनायिकों का स्वागत किया। आपको बता दें की इस दौरे में अमेरिकी राजदूत केनेथ आई जस्टर सहित लगभग 16 देशों के राजनायिक शामिल हुए। ये राजनयिक आज जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल जी. सी. मुर्मू और नागरिक समूह के सदस्यों के साथ बैठक करेंगे। प्रतिनिमंडल में अमेरिका, बांग्लादेश, वियतनाम, नोर्वे,मालद्वीप, दक्षिण कोरिया, मोरक्को और नाइजीरिया के राजनायिक शामिल है।
वरिष्ठ नेता सैयाद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी कर रहे है प्रतिनिधित्व
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वरिष्ठ नेता सैयाद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी कर रहे है। धारा 370(Article 370) हटने के बाद जम्मू-कश्मीर पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल जी. सी. मुर्मू से मुलाक़ात करके उन्हें 15 मुख्य बिंदुओं वाला एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में प्रतिनिधिमंडल ने गिरफ्तार किये हुए युवकों रिहाई और नौकरियों में आरक्षण को लेकरके मुद्दे उठाये गए है। नेताओं ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों का विश्वास जीतने के लिए केंद्र को कश्मीर के प्रति अपनी दशकों पुरानी नीति पर फिर से विचार करना होगा और लोगों की आशंकाओं का उचित एवं मानवीय तरीके से समाधान करना होगा।
Article 370 हटा दिया था केंद्र सरकार ने
आपको बता दें भाजपा सरकार ने 5th अगस्त 2019 को धारा 370(Article 370) जम्मू-कश्मीर से हटा ली थी जिसके बाद जम्मू-कश्मीर में हिंसक घटनायें शुरू हो गयी थी जिसकी वजह से सरकार ने राज्य में धारा 144 लागू कर दी और किसी को भी कश्मीर जाने से रोक दिया था। अब जब 4 महीने बाद राज्य के हालत सामान्य हो गए है तो सरकार ने जम्मू-कश्मीर के सामान्य जान जीवन की ओर वापस ले जाने की कोशिश कर रही है। इस दौरे के बाद कश्मीर की हालत में सुधर आने की सम्भावना है।