वे छोटे कद के बढे आदमी थे ,जिनके कहने पर पुरे देश ने एक वक्त का खाना छोड़ दिया था ,सादा जीवन उच्च विचार पर भरोसा करते थे ,जय जवान जय किसान का नारा दिया था| समझने के लिए इतना काफी है की हम बात किसी और की नहीं बल्कि देश पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की कर रहे है | जहा आज कल के नेता हजारो करोड़ो के घोटाले करेंगे और उफ तक नहीं करते| वही शास्त्री जी ऐसे नेता थे| जो अपने पद पर होते हुए, उसका कोई गलत इस्तेमाल नहीं किये | वो अभी तक के एक मात्र ऐसे प्रधान मंत्री रहे हैं| जिनहोने देश के बजट मे से 25 प्रतिशत सेना के ऊपर खर्च करने का फैसला लिया था| जातिवाद के खिलाफ थे तो अपने नाम आगे श्रीवास्तव लिखना ब्नद कर दिए थे | शास्त्री जी की मौत अभी तक एक रहस्य बनी हुयी है |और जिन हालातो में उनकी मृत्यु हुई उसका अभी तक किसी को जवाब नहीं मिला |
ताशकंद समझौते के बाद हुई मृत्यु |
बता दें कि शास्त्री की मौत 11 जनवरी 1966 को हुई थी. इससे पहले वो पाकिस्तान के साथ 1965 की जंग को खत्म करने के लिए वह समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए ताशकंद गए थे. 10 जनवरी, 1966 को ताशकंद में पाकिस्तान के साथ शांति समझौते पर करार के महज 12 घंटे बाद 11 जनवरी को उनकी मौत हो गई| .पुरे मामले की अगर बात करे तो आरटीआई के जवाब में शास्त्री के मेडिकल रिपोर्ट से चौकाने वाली बातें सामने आई हैं| जिसमे जानकारी दी गयी की प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री मरने से 30 मिनट पहले तक बिलकुल ठीक थे. 15 से 20 मिनट में तबियत खराब हुई और उनकी मौत हो गई.
आखिर क्यों नहीं हुआ पोस्टमार्टम |
बड़ी बात ये है की शास्त्री की मौत के बाद उनके डेड बॉडी का पोस्टमार्टम भी नहीं किया गया था | डॉक्टर आरएन चग ने पाया कि शास्त्री की सांसें तेज चल रही थीं| और वो अपने बेड पर छाती को पकड़कर बैठे थे| इसके बाद डॉक्टर ने इंट्रा मस्कूलर इंजेक्शन दिया| इंजेक्शन देने के तीन मिनट के बाद शास्त्री का शरीर शांत होने लगा. सांस की रफ्तार धीमी पड़ गई. इसके बाद सोवियत डॉक्टर को बुलाया गया. इससे पहले कि सोवियत डॉक्टर इलाज शुरू करते रात 1.32 बजे शास्त्री की मौत हो गई.आरटीआई कार्यकर्ता ने सवाल किया कि पूर्व पीएम शास्त्री की मौत की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया |उसे गुप्त क्यों रखा गया | जबकि, शास्त्री का परिवार भी इसके बारे में जानना चाहता है | उनकी पत्नी ललीता शास्त्री ने दावा किया कि उनके पति को जहर देकर मारा गया | उनके बेटे सुनील शास्त्री ने कहा था कि उनके पिता की बॉडी पर नीले निशान थे | साथ ही उनके शरीर पर कुछ कट भी थे.परन्तु अभी तक गुत्थी उलझी ही हुयी है |