सोमवार को यूपी का पांचवा पेपरलेस बजट पेश हुआ। जिसके बाद आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार का वर्ष 2021-22 का बजट 24 करोड़ लोगों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करने वाला लोक कल्याणकारी, विकासोन्मुखी और सर्वसमावेशी बजट है। यह आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की संकल्पना को साकार करेगा। ईज ऑफ लिविंग को आसान करने के लिए बजट से हर घर को नल, हर घर को बिजली, हर गांव को सड़क, हर खेती को पानी और हर हाथ को काम और हर गांव को डिजिटल बनाने का संकल्प पूरा होगा।
सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास :मुख्यमंत्री योगी।
बजट पेश होने के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारो से बातचित की उन्होंने कहा है कि यह बजट सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की उत्कृष्ट लोकतांत्रिक भावनाओं से परिपूर्ण है। कोविड काल के बीच यह बजट प्रदेश में नई आशा, नई ऊर्जा और विकास की नई संभावनाओं को उड़ान देने का माध्यम बनेगा। साथ ही उन्होंने देश के किसी राज्य में पहले पेपरलेस बजट पेश कर इतिहास रचने के लिए वित्त मंत्री और उनकी पूरी टीम को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि हर गांव में ग्राम सचिवालय, कॉमन सर्विस सेंटर, बीसी सखी के माध्यम से सुदूर क्षेत्रों को बैंकिंग सुविधा से जोड़ने, सामुदायिक शौचालयों में महिलाओं को रोजगार के प्रयास से महिला सशक्तिकरण और स्वावलंबन को नया आयाम मिलेगा।
सीएम ने कहा कि सीएम कृषक दुर्घटना बीमा योजना में अब किसान परिवार के कमाऊ सदस्य और बटाईदार शामिल रहेंगे। दुर्घटना में मृत्य होने पर उन्हें 5 लाख की सहायता दी जाएगी। असंगठित क्षेत्र के करीब एक करोड़ श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। एनीमिया से पीड़ित बच्चों के लिए मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना प्रारंभ की गई है। सभी मंडलों में सैनिक स्कूल और एक-एक राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। 16 असेवित जिलों में पीपीपी मॉडल से मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जाएगी। प्रयागराज में विधि विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। जल जीवन मिशन योजनाओं को विस्तार दिया गया है।