उतर प्रदेश की बाँदा जेल बैरक नंबर 15 में रखे जायेंगे बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी। उत्तर प्रदेश की बांदा जेल किसी काला पानी की सजा से कम नहीं. यह वो जेल है जहां बड़े-बड़े माफिया डॉन चंबल के डकैत सजा काट चुके हैं और उनके गैंग के तमाम खतरनाक अपराधी अभी जेल में बंद हैं शायद यही कारण रहा की माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की कल बात निदे गायब रही न ही वो खा सका और न ही चैन से सो सका। एक वक्त था जब उत्तेर प्रदेश में मुख्तार अंसारी के नाम का सिक्का चलता था आज उसी युपि आने के नाम पर मुख्तार अंसारी की रात करवटे बदलकर गुजरी ,यूपी न आने के लिए मुख्तार ने कई दाव आजमाए लेकिन आज मुख्तार अंसारी को यूपी के बाँदा जेल में शिफ्ट कराया जायेगा उसके बाद खुलेगी एक के बाद एक उसके गुनाहो की फाइलें।
तीन लेयर का बनाया गया सुरक्षा घेरा।
मुख्तार को एंबुलेंस से सड़क के रास्ते पंजाब से यूपी लाया जाएगा. पंजाब के रोपड़ में पहले से यूपी पुलिस की टीम मौजूद है. सुरक्षा के लिहाज से लखनऊ से अतिरिक्त पुलिस भेजी गयी है . मुख्तार अंसारी की शिफ्टिंग के लिए पुलिस की स्पेशल टीम बनाई गयी प्रयागराज जेल के डीआईजी को बांदा जेल में सुरक्षा की जिम्मेदारी सौपी गयी है बैरक नंबर 15 और 16 को विशेष तौर से तैयार किया गया . इसके अलावा बांदा जेल के पहले गेट से लेकर जेल के मेन गेट तक हर तरफ 8 घंटे की शिफ्ट मे पुलिसकर्मी तैनात किए जा रहे हैं. सुरक्षा के ऐसे पुख्ता इंतजाम की .बांदा जेल की दो बैरक के इर्द-गिर्द तीन लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
स्पेशल सीसीटीवी लगाई गई।
इन दो बैरकों को मिलाकर मुख्तार अंसारी के लिए तन्हाई सेल बनाई गई है त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में सबसे बाहरी चक्र सिविल पुलिस की दो टीमों के हवाले है। इन दोनों टीमों में एक-एक सब इंस्पेक्टर और 10-10 हथियारबंद कॉन्स्टेबल हैं।दूसरे सुरक्षा चक्र के तहत बांदा जेल के प्रवेश द्वार के पास स्पेशल सीसीटीवी लगाई गई है। जेल के पांच अधिकारियों की टीम इस सीसीटीवी फुटेज के जरिए चौबीसों घंटे सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेगी। इसके साथ ही एक जेल अधिकारी को लखनऊ स्थित जेल मुख्यालय के लगातार संपर्क में रहने के लिए तैनात किया गया है।