मशहूर कोरियोग्राफर और फिल्म निर्देशक रेमो डिसूजा इस वक्त चर्चाओं में बने हए है। दरअसल जिम में कसरत करते हुए उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। फिलहाल अब रेमो बिल्कुल ठीक हैं। जिसक जानकारी उन्होंने खुद अपने फैंस को दी थी। लेकिन रेमो ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया है कि कैसे बचपन में लोग उनके काले रंग को लेकर चिढ़ाते थे और अजीब कमेंट्स करते थे।
रेमो का मानना था कि जब लोग आपकी बुराई करते हैं तो इसका अर्थ है कि आप कुछ अच्छा कर रहे हैं। इसी विचार के साथ वे आगे बढ़े और जब लोगों ने उनके रंग को लेकर बातें कहीं तो उन्होंने कभी बुरा नहीं माना। ये कड़वी बातें सुनकर और भी ज्यादा कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा मिलती थी। यही वजह है कि वे आज एक दमदार मुकाम हासिल कर चुके हैं।
रंग भेदभाव पुरे दुनिया की कड़वी सच्चाई है।
रेमो कहते हैं कि रंगभेद सिर्फ छोटे शहरों या गांवों की ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की एक कड़वी सच्चाई है जिसे आपको स्वीकार करना पड़ता है। बातचीत के दौरान रेमो ने आगे कहा मैंने बचपन से अपने रंग की वजह से इस समस्या का सामना किया है। केवल भारत में ही नहीं यहां तक कि विदेश यात्राओं के दौरान भी मैंने रेसिज्म का अनुभव किया।रेमो डिसूजा कहते हैं कि जब मैं बड़ा हुआ तो मैं समझ गया कि इस चीज को नजरअंदाज करना गलत था। अब मैं रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाने के लिए सक्षम हूं। वो कहते हैं कि मेरे रंग पर उन टिप्पणियों ने मुझे आगे बढ़ने में मदद की और मुझे वो बनाया जो आज मैं हूं।